• बाढ़ के कहर से पीड़ित लोगों का जज्बा अब भी कम नहीं, पंचायत भवन और खंडहर मकान के पास ही शुरू कर दिया काम

3 दिन पहले रविवार को बाढ़ से हुई बर्बादी आप प्रभावित इलाकों के लोगों को पेट भरने के लिए संघर्ष करने की नौबत आ गई। मदद के लिए कई इलाकों में अब तक प्रशासन पहुंची नहीं पाया। ऐसे इलाकों में ग्रामीण एक दूसरे की मदद के लिए सामने आने लगे। इधर, विपरीत परिस्थिति में भी बाढ़ पीड़ित परिवार नई उम्मीद के साथ फिर काम में जुट जाए।

हम बात कर रहे हैं ग्राम तुमेन के बाढ़ प्रभावित इलाके की। यहां गांव की बस्ती के बाहर बना कमलाबाई का मकान समीप से निकले नाले के तेज बहाव में बह गया। बेघर हुए इस परिवार को ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत मैं ठहरा दिया। ग्रामीणों ने अपने स्तर से ही इन लोगों के भोजन पानी की व्यवस्था जुटाई।

हालांकि सोमवार को भोजन नहीं मिल पाया। ऐसे में भूख के मारे बच्चों का बुरा हाल हो गया। ऐसे परिवार के लोगों को गांव में जाना पड़ा और भोजन मांग कर लाना पड़ा। तब कहीं जाकर दोपहर बाद करीब शाम 4 बजे होने भोजन मिल सका। परिवार की परेशानी को देखते हुए ग्रामीणों ने फिर अपने अपने स्तर से भोजन तैयार करने के लिए चूल्हा व अन्य सामग्री भी मुफ्त में दे दी। ताकि वे खुद ही भोजन तैयार कर सके।

हौसला… विपरीत परिस्थिति में भी रोजगार के बना रहे टोकरी

मकान टूट जाने के बाद बेघर हुए इस परिवार का हौसला अन्य लोगों के लिए भी प्रेरणा दायक है। कमलाबाई ने पंचायत भवन नहीं अपना पुश्तैनी टोकरी बनाने का काम शुरू कर दिया। बेटा जीतू भी मंगलवार को टूटे हुए झोपड़े के पास पहुंचा और वहीं बैठकर टोकरियां बनाने लगा।

बाढ़ के बहाव में बह गया था भूरा का घर

बाढ़ के बहाव में गांव के भूरा खान का मकान की रह गया। ऐसे में कोई विकल्प नहीं होना के कारण भूरा अपने परिवार को लेकर गांव में जर्जर हो चुके भवन में शिफ्ट हो गया। लेकिन अब इस मकान के अलावा कोई विकल्प नहीं होने के कारण जोखिम उठाकर इसी में रहना पड़ रहा है।

प्रशासनिक मदद की सूचना मिलते ही टूट पड़े ग्रामीण

बाढ़ की बर्बादी के 3 दिन बाद मंगलवार को प्रशासनिक टीम तूमेन पहुंची। गेहूं व भोजन के पैकेट लेकर पहुंची टीम की सूचना मिलते ही बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों की भीड़ टूट पड़ी। इस पर नायब तहसीलदार अनिल शर्मा, शीतल सिंह, सरपंच अवतार सिंह, पुलिस और पटवारी की मौजूदगी में प्रत्येक बाढ़ प्रभावित परिवार को 50 किलो गेहूं की कट्टी वह भोजन वितरित किया।