अशोकनगर शहर के महावीर कॉलोनी निवासी पीडिता किशोरी की मॉ ने सिटी कोतवाली पहुचकर बच्ची ना मिलने की शिकायत दर्ज कराई थी । पीडिता की मॉ द्वारा सुनाई गई घटनाक्रम को कोतवाली टीआई श्री नरेन्द्र त्रिपाठी द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुये प्राथमिकता के आधार पर खोजबीन की पुलिस की मेहनत रंग लाई और पीडित किशोरी को शहर के महावीर कॉलोनी उसके रिश्तेदार के घर से दस्तयाव कर थाने लाये थे जिसमे पुछताछ के दौरान 17 वर्षीय पीडित नाबालिक ने बताया कि उसके दोस्त द्वारा बहला फुसलाकर ले गया था जहा उसने मेरी मजबूरी का फायदा उठाते हुये स्थानीय गौशाला क्षेत्र के कियी घर के कमरे में आपत्तिजनक हरकते की एंव मेरे विरोध करने से जान की धमकी देते हुये ज्यादती की, घटना को अंजाम देकर भाग गया ।
टीआई श्री त्रिपाठी ने घटना की गंभीरता पर तत्काल संज्ञान में लेते हुये उप. निरीक्षक प्रीतम नागर के साथ टीम का गठन कर दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने वाले आरोपी की तलाश कर हिरासत में लेने के निर्देश दिये । श्रीमति नागर और उनकी टीम द्वारा आरोपी को उसके हरसंभव ठिकाने पर तलाश किया मेहनत रंग लाई थाने पर रिपॉर्ट होने के मात्र दो घण्टे के अंदर पुलिस की सजगता और सतर्कता से आरोपी को धर दबोचा । गिरफ्त में आने के बाद जानकारी सामने आई की घटनाक्रम को अंजाम देने वाला नाबालिक होकर विधि विरुध्द बालक है । जिसे कानून के प्रवधानों के अनुसार किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किय़ा गया । बोर्ड द्वारा उसे बाल संप्रेषण गृह भेजा गया ।
उपनिरीक्षक प्रीतम नागर एंव उनकी टीम प्राआर. शैलेन्द्र, प्रआर नीरज रघुवंशी, प्रआर महेन्द्र रघुवंशी, आर रवीन्द्र भारद्वाज, आर कुलदीप एंव आऱ. जितेन्द्र तोमर की सराहनीय भुमिका रही है । उक्त टीम को पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा पुरुस्कृत करने की घोषणा की गई है ।