अशोकनगर। केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को शासकीय नेहरू महाविद्यालय में बाढ राहत एवं बचाव कार्यो की समीक्षा की। इसमें सिधिंया ने निर्देशित किया कि जिले का डेस बोर्ड तैयार किया जाए। उस डेस बोर्ड में जिले की नदियां, तालाब, बांध के पानी का लेबल प्रदर्शित होना चाहिए। साथ ही 48 घंटों में मौसम का पूर्वानुमान का मैपिंग भी हो। डेस बोर्ड में बाढ से प्रभावित वर्तमान स्थिति तथा जरूरत क्या है, कितने लोग बाढ से प्रभवित होकर बेघर हुए हैं। कितने लोग राहत कैंपों में शरण लिए हुए हैं, प्रभावित लोगों को अन्ना की व्यवस्था किस प्रकार की जा रही है। इसकी जानकारी अपलोड की जाए। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि बाढ प्रभावित क्षेत्रों में बिजली की व्यवस्था पूर्ण सर्तकता के साथ शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में किए जाने संबंधी कार्यो का विवरण प्रदर्शित किया जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा बाढ प्रभावित ग्रामों स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि जिस गांव में स्वास्थ्य शिविर आयोजित हो, उसकी जानकारी डेस बोर्ड पर प्रदर्शित की जाए। उन्होंने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को निर्देशित किया कि बाढ से प्रभावित ग्रामों एवं बार्डो में हैण्डपम्प एवं नलजल योजनाएं प्रभावित हुए हैं, उनका सुधार किस प्रकार कराया जा रहा है। उसकी जानकारी डेस बोर्ड पर हो यह सुनिश्चित किया जाए।